श्रद्धेय किशन सरोज जी की जयंती




श्रद्धेय किशन सरोज जी की जयंती (19 जनवरी) पर🙏

(1)
जो वियोग से व्याकुल दिखते, उनकी आँखों के वे तारे,
गीतों के ऋषि राज रहे हैं, ऐसे किशन सरोज हमारे ;
नए प्रतीकों के खोजी वे,थी साहित्य- साधना अनुपम ,
मिले तसल्ली टूटे दिल को, ऐसे गीत लिखे हैं सारे।
(2)
सुनकर गीत किशन सरोज के, लोग हुए थे यहाँ मगन,
मधुरिम स्वर था उनका इतना, झूमे धरती और गगन;
चले गए वे हमें छोड़कर, पर उनका संदेश अमर,
आज जयंती पर उनकी हम, करते सौ सौ बार नमन।



✍️-उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट
(बरेली)




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6 Comments

Mohammed urooj khan

24-Jan-2024 01:53 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Shnaya

22-Jan-2024 12:39 AM

Very nice

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Rupesh Kumar

21-Jan-2024 06:07 PM

Nice one

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